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सहारनपुर ब्रेकिंग: प्रेमजाल, ब्लैकमेल और ज़मीन हथियाने की साजिश! फतेहपुर पुलिस ने हनीट्रैप गैंग का किया भंडाफोड़, महिला समेत चार आरोपी गिरफ्तार, ₹1.48 लाख नकद बरामद

फतेहपुर पुलिस ने इस गैंग की महिला सदस्य समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है और ₹1.48 लाख नकद,

🔴 सहारनपुर ब्रेकिंग: प्रेमजाल, ब्लैकमेल और ज़मीन हथियाने की साजिश! फतेहपुर पुलिस ने हनीट्रैप गैंग का किया भंडाफोड़, महिला समेत चार आरोपी गिरफ्तार, ₹1.48 लाख नकद बरामद

सहारनपुर जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र में एक खतरनाक और सुनियोजित हनीट्रैप गैंग का पर्दाफाश कर पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। ये गैंग न केवल प्रेमजाल में फंसाकर ब्लैकमेल करता था, बल्कि पीड़ितों से मोटी रकम और जमीन तक हड़पने से भी नहीं चूकता था। फतेहपुर पुलिस ने इस गैंग की महिला सदस्य समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है और ₹1.48 लाख नकद, दो मोबाइल फोन और एक बैग बरामद किया है। गैंग के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई तेज़ कर दी गई है।

यह मामला 12 जुलाई 2025 को तब उजागर हुआ जब डेटौली मुगल निवासी आरिफ खान ने थाने में तहरीर दी कि स्वाति नाम की एक महिला ने उसे प्रेमजाल में फंसाया और फिर उसके साथ एक सुनसान खेत में मिलते समय गिरोह का सदस्य कादिर छुपकर उनका वीडियो बना रहा था। इसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर गिरोह ने ₹10 लाख की मांग की और जब वह रकम नहीं दे पाया, तो उसे 1 बीघा ज़मीन की रजिस्ट्री करने पर मजबूर कर दिया गया। इस ज़मीन की कुल कीमत ₹10 लाख आंकी गई, जिसमें ₹2.5 लाख नकद और ₹7.5 लाख का चेक दिया गया, जिसे बाद में कैश न कराकर वापस ले लिया गया।

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) और क्षेत्राधिकारी सदर के निर्देशन में थाना प्रभारी सचिन पूनिया ने अपनी टीम के साथ जाल बिछाकर 26 जुलाई को चार आरोपियों—शाहजाद, अर्शद, सवेद (तीनों डेटौली मुगल निवासी) और स्वाति (मूल निवासी सड़क दूधली, हाल निवासी कोलकी रंगड़)—को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में स्वाति ने स्वीकार किया कि वह पहले भी कई हनीट्रैप मामलों में शामिल रही है और इस काम को वह एक “नौकरी” की तरह करती थी। गिरोह का सरगना अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से जो ₹1.48 लाख नकद मिला है, वह वसूली की गई रकम का हिस्सा है। साथ ही मोबाइल फोन से आपत्तिजनक सामग्री, चैट्स और वीडियो बरामद किए गए हैं जो इस गैंग की गहराई और नेटवर्क को उजागर करते हैं।

📢 क्या कहता है प्रशासन?
एक प्रेस कांफ्रेंस में क्षेत्राधिकारी मनोज यादव ने बताया कि यह गिरोह तकनीक और भावनाओं का घातक इस्तेमाल करता था—महिला के माध्यम से पहले दोस्ती, फिर फंसा कर वीडियो बनाना, और फिर मोटी रकम व जमीन हड़पने की साजिश। इस पूरे रैकेट की जांच गहराई से की जा रही है। गिरोह के अन्य सदस्यों, बैंक खातों, संपत्ति और पूर्व पीड़ितों की भी छानबीन जारी है।

📌 कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम
SHO सचिन पूनिया, उप निरीक्षक जितेन्द्र राणा व विजयपाल सिंह, हेड कांस्टेबल प्रदीप कुमार, सुनील कुमार, रोहित राणा, कांस्टेबल अमित तोमर और महिला कांस्टेबल शशिबाला शामिल रहीं।

🛑 जनता को अलर्ट
पुलिस ने आमजन को सावधान करते हुए अपील की है कि ऐसे किसी भी जाल में फंसने पर तुरंत नजदीकी थाने या साइबर सेल से संपर्क करें। यह गिरोह अकेले नहीं है—ऐसे कई संगठित ठग आजकल प्रेमजाल और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को फंसा रहे हैं।

👉 यह मामला एक बार फिर सोचने पर मजबूर करता है कि कैसे भावनात्मक धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग से न केवल लोगों की इज़्ज़त बल्कि उनकी मेहनत की कमाई भी लूट ली जाती है।

✍️ रिपोर्ट: एलिक सिंह
संपादक – वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
उत्तर प्रदेश महासचिव – भारतीय पत्रकार अधिकार परिषद
📞 संपर्क: 8217554083

 

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